रायपुर (छत्तीसगढ़), रिपोर्ट – मेघा तिवारी।
अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर ‘माई भारत रायपुर’ ने शहर के विभिन्न वृद्धाश्रमों में तीन दिवसीय स्वयंसेवी सहभागिता कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित हुआ, जिसमें माई भारत और एनएसएस के 30 से अधिक स्वयंसेवक शामिल हुए।
स्वयंसेवकों ने चितवन हैप्पी होम, प्रशामक देख-रेख गृह और मनुहार जीवन कल्याण वृद्ध निवास में रह रहे 60 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों के साथ संवाद और सहभागिता की।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:
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वरिष्ठ नागरिकों के साथ संवाद और उनकी जीवन कहानियाँ सुनना
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डिजिटल सहयोग प्रदान करना
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सांस्कृतिक व मनोरंजक गतिविधियाँ जैसे संगीत और खेल
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स्मृति पुस्तिका और हस्तशिल्प निर्माण
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स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरूकता सत्र
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अंत में अनुभव साझा करने हेतु समूह चर्चा
माई भारत के उपनिदेशक अर्पित तिवारी ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य युवाओं को सेवा कार्य के अवसर देना है ताकि वे वरिष्ठ नागरिकों से जुड़कर उनकी भावनात्मक भलाई और सामाजिक संवाद को सशक्त बना सकें। उन्होंने जोर दिया कि यह प्रयास न केवल बुज़ुर्गों के जीवन में आनंद भरता है बल्कि युवाओं और वरिष्ठ पीढ़ी के बीच आपसी सम्मान और सीखने की संस्कृति को भी बढ़ावा देता है।

दुर्गा कॉलेज की एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसौरिया ने कहा, “युवाओं का वृद्धजनों से मिलना और उनके जीवन अनुभवों से सीखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे बुज़ुर्गों के प्रति करुणा केवल सामाजिक मूल्य ही नहीं, बल्कि नागरिक कर्तव्य भी है।”
गुरुकुल महिला महाविद्यालय की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रात्रि लहीरी भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं।
इस आयोजन ने साबित किया कि ऐसे प्रयास न केवल वृद्धजनों के लिए आनंद और सामाजिक संवाद का अवसर लाते हैं, बल्कि युवाओं में सहानुभूति, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी जैसे मूल्य भी विकसित करते हैं। साथ ही, इसने जिला स्तर पर एक स्थायी स्वयंसेवी तंत्र बनाने की नींव रखी।